शैतान का जाल horror story in hindi ये कहानी आपको एक सिख देगी की जिंदगी में अच्छे रास्ते और बुरे रास्ते में फर्क
शैतान का जाल horror story in hindi : -
कहानी की शुरुवात एक फैक्टरी से होती है
उसमे हम देखते है की सबसे ज्यादा खाने वाली बिस्किट बन रही है यह बिस्किट बच्चो और बूढ़े में काफी लोकप्रिय है
अब रात के समय सभी फैक्ट्री से काम करने के बाद निकलते है और सारी लाइट,बल्ब बंद कर के जाते है ।
उनके जाने के बाद अचानक से सारी लाइट,बल्ब चालू हो जाती है और एक इंसान एक बकरे को फैक्ट्री में छोड़ देता है
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और तभी हम देखते है अचानक से एक चेहरा आता है और वो एक बड़ी तलवार से उसका सर काट के मजे से खाता है
बाहर जो सिक्योरिटी गार्ड है वो भी कुछ नही करते क्युकी उन्हें यह सब पता है यह है रोज होता है , एक बकरा हर रात फैक्ट्री में भेजा जाता है मगर वो कहा जाता है कुछ पता नही ।
दो सिक्योरिटी गार्ड आपस में बात करते है
यार ये फैक्ट्री इतनी बड़ी है मगर लगता है यहां कोई साया है यह अमीर लोग के पास जितना पैसा होता है उतना ही मुसीबत अच्छा है हमारे पास काम पैसे है मगर हम खुश है
और तभी हम देखते है अचानक से एक चेहरा आता है और वो एक बड़ी तलवार से उसका सर काट के मजे से खाता है
बाहर जो सिक्योरिटी गार्ड है वो भी कुछ नही करते क्युकी उन्हें यह सब पता है यह है रोज होता है , एक बकरा हर रात फैक्ट्री में भेजा जाता है मगर वो कहा जाता है कुछ पता नही ।
दो सिक्योरिटी गार्ड आपस में बात करते है
यार ये फैक्ट्री इतनी बड़ी है मगर लगता है यहां कोई साया है यह अमीर लोग के पास जितना पैसा होता है उतना ही मुसीबत अच्छा है हमारे पास काम पैसे है मगर हम खुश है
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दूसरा सिक्योरिटी गार्ड भी कहता है हा सच कह रहे हो तुम अब दो दिन बाद पूर्णिमा है और हर साल इस दिन फैक्ट्री के मालिक आते है और इस फैक्ट्री में रात बिताते है और इस बार भी आएगा मुझे तो लगता है यह जादू टोना कर के बना होगा इतने बड़ी फैक्ट्री का मालिक
अब दो दिन बाद ,
फैक्ट्री के मालिक आते है जिनका नाम अमित है वो सभी कर्मचारी को इज्जत देते है वो दिल के काफी अच्छे है मगर कुछ राज ऐसे है जो शायद किसी को नहीं पता
अमित विदेश में रहता है और हर साल पुर्णिमा के दिन आते है और इस दिन ये गरीबों को खाना देते है कपड़े देते है और सभी कर्मचारियों के लिए अच्छे पकवान भी बनाए जाते है
अब शाम के समय सभी चले जाते है और आज के दिन कोई भी फैक्ट्री में नही रहता यहां तक कोई सिक्योरिटी गार्ड भी नही अब अमित एक आदमी को फोन करता है और कहता है बंदोबस हो गया सब
दुसरा व्यक्ति: हा सर
दूसरा सिक्योरिटी गार्ड भी कहता है हा सच कह रहे हो तुम अब दो दिन बाद पूर्णिमा है और हर साल इस दिन फैक्ट्री के मालिक आते है और इस फैक्ट्री में रात बिताते है और इस बार भी आएगा मुझे तो लगता है यह जादू टोना कर के बना होगा इतने बड़ी फैक्ट्री का मालिक
अब दो दिन बाद ,
फैक्ट्री के मालिक आते है जिनका नाम अमित है वो सभी कर्मचारी को इज्जत देते है वो दिल के काफी अच्छे है मगर कुछ राज ऐसे है जो शायद किसी को नहीं पता
अमित विदेश में रहता है और हर साल पुर्णिमा के दिन आते है और इस दिन ये गरीबों को खाना देते है कपड़े देते है और सभी कर्मचारियों के लिए अच्छे पकवान भी बनाए जाते है
अब शाम के समय सभी चले जाते है और आज के दिन कोई भी फैक्ट्री में नही रहता यहां तक कोई सिक्योरिटी गार्ड भी नही अब अमित एक आदमी को फोन करता है और कहता है बंदोबस हो गया सब
दुसरा व्यक्ति: हा सर
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अब कुछ देर बाद एक व्यक्ति अपने साथ एक मृत शव ( शरीर) और 21 बकरे ले कर आता है और अमित को दे कर चला जाता है
अब अमित अपने फैक्ट्री में जाता है वो सभी सामन ले कर और
अब वोह कहता है
में आ गया हू आ जाओ
तभी एक शैतान प्रकट होता है उसने अपने चेहरे पर कपड़ा बांध रखा था
अब वो खोलता है उस कपड़े को और हम देखते है एक चेहरा जो की खून से लटपट और उसके चेहरे पे काटने का निशान और साथ ही साथ घने बाल
अमित जैसे ही कुछ बोलता है की
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अब कुछ देर बाद एक व्यक्ति अपने साथ एक मृत शव ( शरीर) और 21 बकरे ले कर आता है और अमित को दे कर चला जाता है
अब अमित अपने फैक्ट्री में जाता है वो सभी सामन ले कर और
अब वोह कहता है
में आ गया हू आ जाओ
तभी एक शैतान प्रकट होता है उसने अपने चेहरे पर कपड़ा बांध रखा था
अब वो खोलता है उस कपड़े को और हम देखते है एक चेहरा जो की खून से लटपट और उसके चेहरे पे काटने का निशान और साथ ही साथ घने बाल
अमित जैसे ही कुछ बोलता है की
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शैतान देखता है वो सब जो अमित अपने साथ लाया था और देखते ही तलवार निकलता है और मृत शव को देख कर धीरे धीरे उसे काट कर खाने लगता है और जो बकरे थे उन्हें भी जैसे वो कब का भूखा हो और अमित ये सब बस देखते रहता है
और शैतान कहता है गुस्से से अभी भी मन खुश नही हुआ मेरा तुम कब जीवित व्यक्ति को यहा ले कर आओगे
अमित: देखो में तुम्हारी इतनी इच्छा पूरी करता हु तुम छोड़ क्यू नही देते मुझे
शैतान : इतनी जल्दी यह फैक्ट्री , दौलत सब मेरी वजह से मिली है तुम्हे भूल गए
अमित: हा मुझे याद है सब मगर अब में यह सब और नहीं कर सकता
शैतान: तो तुम छुटकारा चाहते हो मुझ से तो सुनो एक परिवार जिसमे 3 भाई बहन हो और माता और पिता ऐश एक परिवार से में अपनी भूख मिटाना चाहता हु
यह कर दो
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अमित : नही में नही कर सकता ये सब
शैतान: ठीक है फिर में इस फैक्ट्री से निकल गया तो में अपनी भूख मिटा लूंगा और मुझे पता है कैसा यहां से बाहर निकलना है
अमित: ठीक है , ठीक है में कुछ करता हु
अब में वो समय याद करता हु जब में इस शैतान से मिला था वो समय बहुत कठिन था मेरे लिए
में अपने माता पिता के सात छोटे से गांव में रहता था मेरे पिता की मिर्तू हो गई कुछ समय के बाद और फिर मेने अपनी मां के साथ काम करना शुरू किया और में कोशिश करता था में अपने मां को आराम दे सकूं कुछ समय बाद मेरी मां की सेहत बिगड़ने लगी और में एक भिकारी की तरह बस इधर उधर भटक रहा था में कुछ पैसे मिल जाए में अपनी मां की दवाई ले लूं और उनका इलाज करवा सकू मगर किसी ने मदद नहीं की मेरी
में उदास एक पैर के नीचे जा कर बैठ गया और कोसने लगा ऊपर वाले को
तभी आवाज आई में तुम्हारी मदद करूंगा
मैने बोला कोन बोल रहा है ?
कोन है यह ?
में इस पेड़ से बोल रहा हु
अमित: मगर पेड़ कैसे बोल सकता है
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शैतान: में जादुई पेड़ हु और मेने तुम्हारी सारी समस्या सुन ली है और में इस समस्या को हल कर दूंगा
अमित : पर कैसे ?
शैतान: इसके लिए तुम्हे एक विधि करनी होगी इस विधि में तुम्हे एक बकरे को जंगल के गुफा में ले जा उसपे अपने कुछ खून को बूंद डाल देना और बाली देनी होगी और उसकी आंखे निकाल कर इस पेड़ के जमीन के नीचे गाड़ देना
अमित : मगर मेरे पास पैसे नही है
शैतान: तुम पेड़ के नीचे खोदो देखो तुम्हे कुछ सोने के सिक्के मिलेंगे
अमित एशा हो करता है और वो विधि पूरा करता है
अब अगली सुबह शैतान अमित को उठाता है कहता है उठो और जंगल के नदी किनारे जाओ अमित एशा ही करता है और उससे खजाना मिलता है वो उन खजाने से अपनी मां का इलाज करता है और धन्यवाद कहता है उस जादुई पेड़ को
मगर अब वो जादुई पेड़ कहता इसकी कोई जरूरत नहीं
अमित: तुम्हारा फिर से शुक्रिया
अमित नहीं जानता था की वो एक शैतान है
और कुछ समय बीतता है अमित और उसकी मां की जिंदगी अच्छी बीत रही थी
मगर एक दिन अमित खाना खा रहा होता है और वोह सोचता है अचानक ये में मास , चिकन , मछली तो नहीं खाता था फिर यह कैसे वोह खाने को दूर करता है और तभी वो शैतान कहता है यह में खा रहा हु
शैतान: में जादुई पेड़ हु और मेने तुम्हारी सारी समस्या सुन ली है और में इस समस्या को हल कर दूंगा
अमित : पर कैसे ?
शैतान: इसके लिए तुम्हे एक विधि करनी होगी इस विधि में तुम्हे एक बकरे को जंगल के गुफा में ले जा उसपे अपने कुछ खून को बूंद डाल देना और बाली देनी होगी और उसकी आंखे निकाल कर इस पेड़ के जमीन के नीचे गाड़ देना
अमित : मगर मेरे पास पैसे नही है
शैतान: तुम पेड़ के नीचे खोदो देखो तुम्हे कुछ सोने के सिक्के मिलेंगे
अमित एशा हो करता है और वो विधि पूरा करता है
अब अगली सुबह शैतान अमित को उठाता है कहता है उठो और जंगल के नदी किनारे जाओ अमित एशा ही करता है और उससे खजाना मिलता है वो उन खजाने से अपनी मां का इलाज करता है और धन्यवाद कहता है उस जादुई पेड़ को
मगर अब वो जादुई पेड़ कहता इसकी कोई जरूरत नहीं
अमित: तुम्हारा फिर से शुक्रिया
अमित नहीं जानता था की वो एक शैतान है
और कुछ समय बीतता है अमित और उसकी मां की जिंदगी अच्छी बीत रही थी
मगर एक दिन अमित खाना खा रहा होता है और वोह सोचता है अचानक ये में मास , चिकन , मछली तो नहीं खाता था फिर यह कैसे वोह खाने को दूर करता है और तभी वो शैतान कहता है यह में खा रहा हु
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मगर अमित घबरा गया और उसने पूछा तुम मगर कहा हो
शैतान: शैतान कहता है यह में ही जादुई पेड़ तुम्हारे आधा शरीर मेरे कब्जे में है
अमित: मगर तुम तो अच्छे थे तुम सब को मदद करते थे
शैतान: नही , ये बस एक चाल थी बस और तुम फस गए
अमित: मेरे साथ एशा मत करो
शैतान : अब कुछ नहीं हो सकता है तुमने जो विधि की थी उससे मेने तुम्हारा आधा शरीर कब्जा कर लिया ।
अमित: मुझे छोड़ दो और किया चाहिए तुम्हे
शैतान: में तुम्हारे शरीर को छोड़ दूंगा मगर उसके बदले मुझे रोज कुछ चाहिए मास खाने के लिए
अमित ठीक है ठीक है यह कहने के बाद शैतान अमित से कहता है भागना मत भाग नहीं सकते तुम।
अमित ने एक फैक्ट्री बनया और शैतान को उसी में रहने को कहा और कहा तुम इसमे सब मिलेगा और अमित विदेश चला गया अपने मां के साथ और हर साल यहां आ कर शैतान को खुश करने के लिए अलग अलग जीव के मास देता खाने को और
इस बार शैतान को पूरा परिवार चाहिए
मगर अमित घबरा गया और उसने पूछा तुम मगर कहा हो
शैतान: शैतान कहता है यह में ही जादुई पेड़ तुम्हारे आधा शरीर मेरे कब्जे में है
अमित: मगर तुम तो अच्छे थे तुम सब को मदद करते थे
शैतान: नही , ये बस एक चाल थी बस और तुम फस गए
अमित: मेरे साथ एशा मत करो
शैतान : अब कुछ नहीं हो सकता है तुमने जो विधि की थी उससे मेने तुम्हारा आधा शरीर कब्जा कर लिया ।
अमित: मुझे छोड़ दो और किया चाहिए तुम्हे
शैतान: में तुम्हारे शरीर को छोड़ दूंगा मगर उसके बदले मुझे रोज कुछ चाहिए मास खाने के लिए
अमित ठीक है ठीक है यह कहने के बाद शैतान अमित से कहता है भागना मत भाग नहीं सकते तुम।
अमित ने एक फैक्ट्री बनया और शैतान को उसी में रहने को कहा और कहा तुम इसमे सब मिलेगा और अमित विदेश चला गया अपने मां के साथ और हर साल यहां आ कर शैतान को खुश करने के लिए अलग अलग जीव के मास देता खाने को और
इस बार शैतान को पूरा परिवार चाहिए
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अमित: में यह नहीं कर सकता और कहता है में मार लूंगा अपने आप को मगर में किसी बेगुन्हा को नही मार सकता मेरी मां ने मुझे सिखाया है खुशी से घर भरना चाहिए दुसरो का न की दुख से अमित उसी गांव में जाता है जहा ये सब शुरू हुआ था और उसी पेड़ के पास जाता है और अपने मा के साथ जो भी खुशी के पल बिताए उनको याद करने लगता हैऔर अपने आपको मार ने के लिए खंजर निकलता है
तभी शैतान: तुम एशा नही कर सकते
अमित : में करूंगा मेरी वजह से तुम यहां से आजाद हुए
शैतान: नहीं, नही तुम नहीं कर सकते
और अमित अपना गाला काट लेता है और वो शैतान फिर से इस पेड़ में कैद हो जाता है और अमित ने मरने से पहले अपने दोस्त को कहा था मेरे मरने के बाद इस पेड़ को काट के जला दिए जाए
और इस तरह से इस शैतान का अंत हो जाता है
अमित का यही मानना था अपनी खुशियों के लिए दूसरो को दुख नही देना चाहिए किया पता कब कोई आपको।यह दुख दे
कहानी यहां तक पढ़ी तो अपने परिवार , दोस्तो को जरूर शेयर करे धन्यवाद !😊
अमित: में यह नहीं कर सकता और कहता है में मार लूंगा अपने आप को मगर में किसी बेगुन्हा को नही मार सकता मेरी मां ने मुझे सिखाया है खुशी से घर भरना चाहिए दुसरो का न की दुख से अमित उसी गांव में जाता है जहा ये सब शुरू हुआ था और उसी पेड़ के पास जाता है और अपने मा के साथ जो भी खुशी के पल बिताए उनको याद करने लगता हैऔर अपने आपको मार ने के लिए खंजर निकलता है
तभी शैतान: तुम एशा नही कर सकते
अमित : में करूंगा मेरी वजह से तुम यहां से आजाद हुए
शैतान: नहीं, नही तुम नहीं कर सकते
और अमित अपना गाला काट लेता है और वो शैतान फिर से इस पेड़ में कैद हो जाता है और अमित ने मरने से पहले अपने दोस्त को कहा था मेरे मरने के बाद इस पेड़ को काट के जला दिए जाए
और इस तरह से इस शैतान का अंत हो जाता है
अमित का यही मानना था अपनी खुशियों के लिए दूसरो को दुख नही देना चाहिए किया पता कब कोई आपको।यह दुख दे
Moral of the stories:-
जल्दी ही अमीर होने के सपने हर कोई देखता है इस दौरान इंसान मेहनत करना छोड़ देता है मेहनती बनिए आपको सफलता जरूर मिलेगी और उन लोगो से बचे जो आपको कहते है छोटा रास्ता चुनो जल्दी अमीर बनो
अगर आपने यहकहानी यहां तक पढ़ी तो अपने परिवार , दोस्तो को जरूर शेयर करे धन्यवाद !😊
Horror story in hindi | hindi horror story
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